कोरोना के चलते बाबा जी ने दिए खास निर्देश, हो सकता है फायदा: राधास्वामी
Radha soami – बाबा जी ने कोरोना के चलते देश में और विदेशों में बहुत सारे सत्संग कैंसिल कर दिये हैं। क्योंकि कोरोना वायरस बहुत ही खतरनाक है। यह वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलता हैं तो इसलिए बाबा जी ने सत्संग कैंसिल कर दिए हैं। जब भी सत्संग होगा बाबा जी नए तारीखों का ऐलान कर देंगे।
Radha soami ji : जो जहाँ भी है, वहीं रहे और सुरक्षित रहें: बाबाजी
राधास्वामी सत्संग ब्यास अपने जिले में 50 हजार से ज्यादा लोगों को दिन में दो बार खाना उपलब्ध करा रहें हैं। बाबाजी कोरोना वायरस पीड़ित लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं बाजी ने पूरी संतगत से अनुरोध किया है कि जो जहाँ भी है, वहीं रहे और सुरक्षित रहें। और अनुरोध किया है कि अपने आसपास के एरिया में गरीब लोगों को भोजन दें। उनकी सेवा करें, उनकी मदद करें, क्योंकि एक यही समय है मानवता का उदाहरण पेश करने का। क्योंकि मुसीबत में ही इंसानियत का पता चलता है।

संतों का संदेश: इंसानियत को मरने न दें।
संतों ने अनेक उदाहरण दिए हैं की इंसानियत को कभी मरने नहीं देना है। जिसके दिल में इंसानियत जिंदा रहेगी। उसके लिए रूहानियत के दरवाजे हमेशा खुले हैं। क्योंकि इंसानियत जिसके दिल में होगी, उसका स्वभाव नम्र होगा। वह खुले दिल से सेवा करेगा। उसका मन एकाग्र होगा। उसका भजन-सुमिरन करने में मन लगेगा। इसलिए हमें अपने आसपास के लोगों की मदद करनी चाहिए एक पीड़ित व्यक्ति की मदद करना बहुत अच्छी सेवा है।
आइए हम भी सेवा करें।
स्वामी जी महाराज अपने सत्संग में अक्सर फरमाया करते थे कि बड़े-बुजुर्ग पीड़ित व्यक्ति की अगर हम सेवा करते हैं तो परमपिता परमात्मा बहुत खुश होते हैं। अपने सतगुरु इस सेवा को देखकर प्रसन्न होते हैं। सतगुरु हमें अच्छी राह बताते हैं क्योंकि सेवा करने से हम बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं। सेवा करेंगे गुरु खुश होंगे, गुरु खुश होंगे तो हमें परमपिता परमात्मा की प्राप्ति संभव है, इसलिए आइए हम भी सेवा करें।
- चोर सज़ा से कैसे बचे? सत्संग की ये कैसी लीला: सतगुरु
- इस रास्ते से परमात्मा को प्राप्त कर सकते हैं : बाबाजी
- रूहानियत के रास्ते पर चलने का सबसे आसान तरीका: बाबाजी
- ऊब गये हो? तो आइए इस सच्चे साधन को अपनाते हैं: बाबाजी
- संतमत अथवा गुरुमत का असल संदेश क्या है?
Radha Soami Ji, hum log bahot bhagyashali hain. jo humko ese purn satguru ka sath Mila. mein abi apni service se retired Ho Gaya Hun abi Khali bhajan simran our dere ki sewa.